भंडारा;- इंटरनेट पर एक ऐसी खबर और मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें कहा गया कि आज रात 12:30 से 3:30 बजे के बीच आसमान से खतरनाक कॉस्मिक-रे गुजरेंगी। इस दौरान मोबाइल स्विच ऑफ रखें। फोन को अपने पास रखकर बिल्कुल न सोएं। जिनका फोन ऑन रहेगा उनके फोन में नेटवर्क टाॅवर के जरिए ये वेब आ जाएंगी और फोन तुरंत ब्लास्ट कर देंगी। बी एस क्राइम इंडिया न्यूज और आवाज़ भंडारा इसी वायरल दावे को इन्वेस्टिगेट कर रहा है…
वायरल क्या हुआ?
- वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि ‘आज रात 12.30 से 3.30 बजे के बीच मंगल ग्रह से खतरनाक कॉस्मिक-रे निकलकर पृथ्वी से होकर गुजरेंगी। कृपया आप अपने-अपने मोबाइल फोन स्विच ऑफ करके रखें। फोन को अपने पास रखकर बिल्कुल न सोएं। नहीं तो आपको नुकसान पहुंचा सकती हैं। कृपया इस मैसेज को नजरअंदाज न करें। अगर आपको भरोसा न हो तो आप गूगल पर “नासा बीबीसी न्यूज” सर्च कर डिटेल न्यूज देख सकते हैं। कृपया इस मैसेज को और लोगों तक पहुचाने की कृपा करें।’
- इसी से जुड़े एक दूसरे मैसेज में रात 12:30 से 3:30 बजे के बीच मोबाइल ऑन रखने से फोन में नेटवर्क टाॅवर के जरिए ये खतरनाक किरणें आने और उससे तुरंत फोन ब्लास्ट होने की बात कही जा रही है।
हमारी इन्वेस्टिगेशन में सामने आई ये सच्चाई
- वायरल मैसेज में 2 दावे किए जा रहे हैं। पहला 12:30 से 3:30 के बीच मोबाइल फोन स्विच ऑन रहने पर ब्लास्ट हो जाएगा। दूसरा मंगल ग्रह से खतरनाक कॉस्मिक-रे निकलकर पृथ्वी के पास से गुजरेंगी।
- चूंकि दावा नासा के हवाले से किया जा रहा है, इसलिए सच जानने के लिए हमने नासा की वेबसाइट पर इससे जुड़ी जानकारी सर्च की। काफी सर्च करने के बाद भी हमें रात 12:30 से 3:30 बजे के बीच मोबाइल स्विच ऑफ करने से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली। लेकिन इन्वेस्टिगेशन के दौरान नासा की साइट पर वायरल मैसेज के दूसरे दावे यानी कॉस्मिक-रे से जुड़ी जानकारी जरूर मिली।
- नासा की वेबसाइट के मुताबिक, कॉस्मिक-रे किसी भी ग्रह से नहीं बल्कि आसमान में दिखने वाले तारों से निकलती हैं। मंगल एक प्लेनेट है। ऐसे में इससे कॉस्मिक-रे निकलने का सवाल ही नहीं पैदा होता है।
- वायरल मैसेज का सच जानने के लिए हमने मिनिस्ट्री ऑफ साइंस के साइंटिस्ट आर. पयप्पन से बात की। उन्होंने बी एस क्राइम इंडिया न्यूज और आवाज़ भंडारा को बताया कि ये वायरल मैसेज पूरी तरह से फेक है, क्योंकि मंगल से कभी भी कॉस्मिक-रे नहीं निकलती हैं। लिहाजा इससे कोई फोन ब्लास्ट नहीं हो सकता।
- बता दें, यूनिवर्स से निकलने वाली किरणों को ही कॉस्मिक-रे कहते हैं।
इन्वेस्टिगेशन रिजल्ट: सोशल मीडिया पर किया जा रहा ये दावा झूठा है।
- सच ये है कि मंगल ग्रह से कॉस्मिक-रे निकलती ही नहीं हैं। ऐसे में जब किरणें निकलती ही नहीं है तो रात 12:30 से 3:30 बजे के बीच मोबाइल ऑफ रखने वाली बात भी बिल्कुल गलत ही है।
- बी एस क्राइम इंडिया न्यूज और आवाज़ भंडारा सभी नागरिको से यह अपील करता है कि इस तरह से वायरल हो रहे मैसेज की जांच पड़ताल करे और तब तक दुसरो को ना भेजे।