साकोली (सं). तहसील के सानगड़ी में बंदरों के आतंक से नागरिक बहुत तंग आ चुके हैं. यहां के वार्ड नंबर 4 और 5 में रोजाना 25 से 35 बंदरों का झुंड उत्पात मचा रहा है. यहां दिहाड़ी मजदूर गरीब परिवारों के मिट्टी और कौलारू घर हैं. इस घर पर ये बंदरों की टोली जोर-जोर से उछल-कूद कर कौलारू को तोड़ रही है. गर्मी के अंत में लोग 3 से 4 हजार रुपए खर्च कर मानसून के दौरान घर में पानी घुसने से रोकने के लिए कौलारू की व्यवस्था करते हैं, लेकिन बंदर ने उसे कुचल दिया. कुछ लोगों ने घर को तिरपाल से ढंक रखा है और उस तिरपाल को भी बंदरों ने फाड़ दिया है.