नई दिल्ली :- शिवसेना नाम-निशान छिनने के बाद अब उद्धव गुट में बचे सांसदों और विधायकों को लेकर विवाद शुरू हो गया है। शिंदे गुट के विधायक और महाराष्ट्र विधानसभा में पार्टी के चीफ व्हीप भरत गोगावले ने कहा, ‘शिवसेना एक है। पार्टी का नाम और निशान हमारे पास है।’
गोगावले ने कहा- उद्धव गुट के विधायकों और सांसदों को पार्टी के निर्देश का पालन करना होगा। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो हम देखेंगे कि दो सप्ताह बाद उनके साथ क्या करने की आवश्यकता है।सुप्रीम कोर्ट को हमने आश्वस्त किया है कि पार्टी कम से कम दो सप्ताह तक ऐसे किसी भी नेता के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी जो हमारे आदेशों के खिलाफ जाते हैं।’
गोगावले ने बताया कि लोकसभा में भी हम शिवसेना के चीफ व्हीप को बदलेंगे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जल्दी ही इसकी घोषणा करेंगे। अभी उद्धव गुट के कई विधायक हैं जो हमारे साथ आना चाहते हैं। फिलहाल हम किसी के खिलाफ एक्सन नहीं लेंगे, लेकिन पार्टी का व्हीप सिर्फ इसलिए होगा कि सभी विधायक विधानसभा के सत्र में मौजूद रहें।इधर, महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे शिवसेना का असली नाम-निशान जीतने के बाद अब पार्टी को पूरी तरह से अपने पाले में लाने की कोशिश में जुट गए हैं। मंगलवार को शिंदे गुट ने सुप्रीम कोर्ट में विधानमंडल पर दावा किया। शिंदे गुट के एडवोकेट एनके कौल ने कहा कि हमारे विरोधी गुट का मंत्रिमंडल पर कोई भरोसा नहीं रह गया है।
इस जवाब पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि शिंदे गुट हमें अपना राजनीतिक बहुमत दिखाए। सुप्रीम कोर्ट की इसी बात पर आज शिंदे गुट CJI डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस एमआर शाह, जस्टिस कृष्ण मुरारी, जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की बेंच के सामने अपना पक्ष रखेगा।