वैनगंगा नदी के रोहा घाट पर रेत के डंप।
तहसीलदार के कार्यवाही के बाद भी नही थम रही अवैध रेत चोरी।
रोज होती है लाखो रुपयों की रेत चोरी।
महसूल के लाखों रुपयो के नुकसान का जिम्मेदार कौन?
देर रात 2 बजे से सुबह 7 बजे तक चलती रेत तस्करी।
मोहाडी :- भंडारा जिले के मोहाडी तहसील अंतर्गत आनेवाले रोहा गाँव मे रेत घाट से ट्रैक्टरों द्वारा रेत निकाल कर नदी तट किनारे डंप की जाती है। यह प्रकरण रोजाना देर रात 2 बजे से सुबह 7 बजे चलता है। शासन प्रशासन के कार्यवाही के बाद भी नही थम रही है रेत तस्करी । डंप की जानेवाली रेत अंधेरा होने पर जेसीबी द्वारा टिप्परों में लाद कर नागपुर जैसे बड़े शहरों में मोटी रक्कम में बेची जाती है। जिससे रेत तस्कर पैसे कमा रहे है।
जब से सरकार की और से महाराष्ट्र में रेत घाट बंद हुए है तब से रेत चोरी का प्रकरण बड़े पैमाने में बढ़ गया है।
कई वर्षों से चल रहे इस प्रकरण में कई सरकार आई और चले गई लेकिन इस रेत चोरी को कोई रोक नही पाया। ऐसेही भंडारा जिले के भंडारा, पवनी,मोहाडी,तुमसर, साकोली के अलग अलग जगहों पर रेत चोरी शुरू है। अब देखने वाली बात यह है कि इसी तरह क्या रेत चोरी चलते रहेगी?? क्या रोजाना शासन का लाखो रुपयो का नुकसान होते रहेगा?? ऐसे कई सवालों के घेरो में तहसील विभाग है।