तुमसर : 12 जनवरी 2022 को ऐतिहासिक दिन माना जा रहा है क्योंकि उन्नीसवीं सदी के विश्व विख्यात स्वामी विवेकानंद के ज्वलंत विचारों की छाप आज के युवाओं पर भी देखी जा सकती है स्वामी विवेकानंद उर्फ वीरेश्वर विश्वनाथ दत्त की जयंती,इस दिन को ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ के रूप में मनाया जाता है और राजमाता, राष्ट्रमाता जीजाऊ की जयंती है, जिन्होंने स्वशासन का सपना देखा और न केवल इसका सपना देखा बल्कि इसे साकार भी किया।राजमुद्रा ग्रुप की ओर से स्वामी विवेकानंद और राजमाता जिजाऊ के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जयंती मनाई गई।इस दरम्यान राजमुद्रा ग्रुप महिला मंडल के गीता कोंडेवार,कल्याणी भुरे,विजया चोपकर,कुंदा वैद्य,अदिती काळबांदे,मधुमती साखरवाडे,श्रुती कावडे,पल्लवी निनावे,वंदना आकरे,प्रीती मलेवार,पल्लवी पाटील, अलका देशमुख,पदमा बीसन, उमा साखरवाडे,जयश्री गभने,विद्या खरवडे, कविता पासवान, कविता साखरवाडे, नंदा डोरले,योगिता बावनकर,वनिता मलेवार,अश्विनी बडवाईक,नेहा मोडघरे, करुणा धुर्वे,अनिता बडवाईक, सपना सोनवाने, तृप्ती बडवाईक,साथ ही राजमुद्रा ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष इंजि. सागर गभने, शुभम बानासूरे, सागर भुरे, स्वप्निल डुंबरे, अनुप तिडके, बापू बडवाईक, सोमेश्वर लांजेवार,संकेत गजबिये,अर्पित खानोरकर, बालेश्वर लांजेवार,प्रतीक निखाडे, हर्षल मलेवार, भावेश पाल,व राजमुद्रा ग्रुप के पदाधिकारी गण मौजूद थे.