भोपाल :- वन विहार नेशनल पार्क में विलुप्त हो रही हार्ड ग्राउंड प्रजाति के बारहसिंगा को बसाने का प्रोजेक्ट फेल हो गया है। यहां बारासिंघा का कुनबा बढ़ने की बजाय घट गया है। हालांकि वन विहार के साथ ही सतपुड़ा नेशनल पार्क में भी इस प्रोजेक्ट पर काम चल रहा था, जो सफल रहा है।
अब यहां कान्हा नेशनल पार्क की तरह पर्यटक खुले में बारासिंघा को देख सकेंगे। दरअसल सतपुड़ा नेशनल पार्क में बारासिंगों का कुनबा बढ़ गया है। इसकी वजह से इन्हें खुले में विचरण करने के लिए छोड़ा जा रहा है। वर्तमान में वहां बारासिंग की संख्या 235 से अधिक हो गई है। इसमें से 66 से अधिक बारासिंघा छोड़े जा रहे हैं।वन्य प्राणी विशेषज्ञों ने बताया कि बारासिंघा को संकटग्रस्त प्रजाति में शामिल किया गया है। ये देश में पहले केवल कान्हा नेशनल पार्क में ही थे। अब सतपुड़ा नेशनल पार्क इनका दूसरा घर बन गया है। जो पर्यटक केवल बारासिंघा को देखने के लिए कान्हा नेशनल पार्क जाते थे अब वे इसे सतपुड़ा नेशनल पार्क में जाकर देख सकते हैं।
2015 में वन विहार में बारासिंघा को बसाने की कवायद की गई थी। उस समय 7 बारासिंघा को कान्हा टाइगर रिजर्व से यहां लाया गया था। 2019 में इनका कुनबा बढ़कर 21 का हो गया था, लेकिन 11 की मौत हो जाने के कारण अब यहां 10 बारासिंघा रह गए हैं। कुनबा नहीं बढ़ने की बड़ी वजह यहां ब्रीडिंग के लिए लाई गई मादा की मौत होना है। 2015 में ही सतपुड़ा नेशनल पार्क में 80 बारासिंघा छोड़े गए थे जिसकी संख्या बढ़कर 235 हो गई है।