ग्लोबल फॉरेस्ट वॉच की रिसर्च के मुताबिक- क्लाइमेट समिट COP26 में जो वादे किए गए थे, उनका उलट हो रहा है। पिछले साल स्विटजरलैंड के एरिया के बराबर जंगल काट दिए गए। 2022 में हर एक मिनट में 11 फुटबॉल ग्राउंड्स के बराबर फॉरेस्ट एरिया खत्म हुआ।
खास बात ये है कि इस बदनाम फेहरिस्त में वो ब्राजील सबसे आगे रहा जो दुनिया को मिलने वाली कुल ऑक्सीजन का सबसे बड़ा हिस्सा देता है। अच्छी खबर सिर्फ इंडोनेशिया से आई। यहां जंगल काटे जाने की रफ्तार में बेहद तेजी से कमी दर्ज की गई।
दरअसल, 2021 में ग्लासगो में हुई COP26 क्लाइमेट समिट में पेड़ों की कटाई रोकने और 2030 तक ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाए जाने पर समहमति बनी थी। जंगलों से जुड़े इस डिक्लेरेशन पर 100 देशों के लीडर्स ने साइन किए थे। दुनिया के 85% जंगल इन्हीं देशों में हैं।
2014 में भी इसी तरह का एग्रीमेंट हुआ था, जो फेल हो गया था। हाल ही में हुई रिसर्च के मुताबिक, 2021 में हुआ एग्रीमेंट भी फेल होता हुआ नजर आ रहा है।