नागपुर जिले की पारशिवनी तहसील अंतर्गत आने वाले दुर्गम आदिवासी क्षेत्रों से जनप्रतिनिधिओं सहित प्रशासन के द्वारा आंख मूंद लेने के कारण जहां स्थानीय नागरिकों में रोष व्याप्त है वहीं पारशिवनी तहसील अंतर्गत आने वाले ढवलापुर बनेरा गांव के नागरिकों ने पिछले ९ साल से सांसद कृपाल तुमाने का चेहरा तक नहीं देखा है।
पारशिवनी तहसील यह आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के रूप में जानी जाती है इस तहसील अंतर्गत आने वाले प्रमुख गांव में घाटपेंढरी बनेरा ढवलापुर कोलितमारा घाटकुकडा किरंगीसर्रा जैसे गांव जहां आज भी बुनियादी सुविधाओं की दरकार है इन क्षेत्रों में स्कूल तो है पर शिक्षक गायब रहते हैं स्थानीय नागरिकों को पीने के लिए शुद्ध पानी तक नहीं मिल पा रहा है इसी क्रम में ढवलापुर गांव में जो कि १ हजार आबादी वाला गांव होने के बाद भी इस गांव से आज तक मात्र ५ नागरिकों को ही फोर्थ क्लास नौकरी मिल पाई है स्थानीय रामटेक सांसद कृपाल तुमाने का चेहरा पिछले ९ साल से दिखाई नहीं देने का बात कहकर अपना रोष व्यक्त किया है।