किसानों को सता रहा वन्यजीवों का भय

जिले में इस दौरान धान फसल की कटाई जोरों पर चल रही है मजबूरी वश किसान मजदूरों जंगली जानवरों के साये में यह कार्य करना पड़ रहा है जिले की कुछ तहसीलें जंगलों से घिरी है जहां कभी भी वन्य प्राणियों का डर बना रहता है वहीं रात्रि के दौरान धान फसल के साथ ही अन्य फसलों को वन्यजीवों द्वारा भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है इसके कारण किसान अब नकदी फसलों से मुंह मोड़ने का मानस बना रहे हैं दूसरी और लगातार वन्य जीवों की घटनाओं के कारण सरकार द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है बार-बार हो रहे नुकसान के बावजूद किसानों को कोई आर्थिक मदद नहीं मिल रही है
परिणामस्वरुप कई किसान पुनः पारंपरिक धान की खेती की ओर रुख कर रहे हैं कृषि विभाग की सलाह है कि जिले के धान किसानों को अपनी आजीविका के लिए नकदी फसल की ओर रुख करना चाहिए. जंगली जानवरों की बढ़ती समस्या और खाद की बढ़ती लागत के कारण किसानों को एक बार फिर से धान की पारंपरिक खेती का विकल्प चुनना पड़ रहा है.