भंडारा : कीमतों में बढ़ोतरी का उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है. पिछले साल की तुलना में आमदनी महज 50 फीसदी है. इसलिए मिर्च के भाव भी सख्त हैं. मिर्च पाउडर ज्यादा महंगा है. कीमतों में बढ़ोतरी के कारण उपभोक्ता असमंजस में है कि मसाला इस्तेमाल किया जाए या नहीं. कहा जाता है कि जलवायु परिवर्तन के कारण मिर्च का उत्पादन धीमा हो गया है.
मसालों के दामों में हुई वृद्धि :
घर में साल भर के लिए पर्याप्त मात्रा में मिर्च-मसाले तैयार किए जाते हैं. इसके लिए लाल मिर्च खरीदी जाती है. साथ ही धनिया, जीरा, सौंफ, इलायची, मसाला इलायची, जायफल, तिल, खसखस, बादाम के फूल को एक साथ भूनकर मिर्च के साथ पीस लिया जाता है. मसाले को ग्राइंडर की मदद से स्टिक पर पीसा जाता है सौंफ जीरा और वेलडोडा के भाव में जबरदस्त इजाफा हुआ है. नतीजतन तैयार मसालों के दाम भी बढ़ गए हैं.