
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी (IOC) ने अपने 141वें सत्र में क्रिकेट को साल 2028 के लिए शामिल किया है, IOC के 99 सदस्यों में से क्रिकेट का सिर्फ 2 सदस्यों ने विरोध किया. पहले BCCI का भी क्रिकेट को ओलंपिक का हिस्सा बनाये जाने को लेकर समर्थन नहीं था लेकिन मौजूदा BCCIके सचिव जय शाह ने ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल किए जाने को नया दरवाजा खुलने जैसा अवसर बताया. उनके मुताबिक क्रिकेट खेल के वैश्विक बाजार में नये अवसर पैदा करेगा, जय शाह ने यह भी कहा कि इससे हमारे खेल के इको सिस्टम पर सकारात्मक असर पड़ेगा और क्रिकेट के ढांचे का प्रतिस्पर्धात्मक स्तर पर विकास होगा. ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल किए जाने पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जाहिर की है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि जिन गिने-चुने खेलों में हमारी विश्व स्तरीय दक्षता है उसमें क्रिकेट सबसे ऊपर है.क्रिकेट में हम आज महाशक्ति हैं, हर लिहाज से हम दुनिया में क्रिकेट की आज सबसे बड़ी ताकत हैं. भले क्रिकेट का जन्म इंग्लैंड में हुआ हो और लंबे समय तक इसकी बादशाहत ऑस्ट्रेलिया के पास रही हो. आज भारत की क्रिकेट में वह हैसियत है कि बाकी सारे देशों के क्रिकेट के बोर्ड की जो आर्थिक हैसियत मिलकर भी नहीं है, वह अकेली भारत की है.