भंडारा जिले के मोहाड़ी तहसील के मांडेसर गांव के करीब के मिर्ची के खेतों में दो दिनों से दुबकी बाघिन को वन विभाग ने आखिरकार पकड़ लिया है. पांच घंटे के संयुक्त बचाव अभियान के बाद बाघिन को पकड़ने के बाद वन विभाग के साथ-साथ नागरिकों ने राहत की सांस ली.बाघिन दो दिन से मांडेसर स्थित वालचंद दमाहे के खेत में डेरा डाले हुए थी. दो दिन पूर्व इस बाघिन ने मांडेसर-कन्हालगांव मार्ग के किनारे शेखर कस्तूरे के खेत में जंगली सूअर का शिकार कर इलाके में दहशत फैला दी थी. बुधवार सुबह आठ बजे के करीब जैसे ही इस बाघिन को मांडेसर क्षेत्र में कई लोगों ने देखा तो भारी भीड़ जमा हो गई.

वन विभाग को सूचना मिलने के बाद बाघिन को पकड़ने का प्रयास शुरू किया गया. जंगल बाघिन के ठिकाने से करीब 20 किमी दूर होने के कारण बाघिन को कैद करने के अलावा कोई चारा नहीं था. भंडारा वन विभाग के कर्मचारियों और आंधलगांव पुलिस थाने के कर्मचारियों की मदद से बाघिन को पकड़ने का अभियान सुबह करीब 11 बजे शुरू हुआ. वन विभाग और पुलिस कर्मियों ने बाघिन को देखने आई बेकाबू भीड़ को शांत करने के साथ ही आखिरकार शाम 4.30 बजे वन विभाग के विशेषज्ञों ने बंदूक की मदद से बाघिन को बेहोशी का इंजेक्शन देकर सफलतापूर्वक पकड़ लिया.भंडारा उप वन संरक्षक राहुल गवई ने बताया कि बाघिन को पिंजरे में बंद कर तुमसर क्षेत्र के चिचोली डेपो में ले जाया गया है. बाघिन की उम्र करीब 3 साल है और वह स्वस्थ है. प्रधान मुख्य वन संरक्षक के आदेश से देर रात बाघिन को उसके आवास में छोड़ दिया जाएगा.