भंडारा :- जिले में जलयुक्त शिवार अभियान के दूसरे चरण को लागू कर दिया गया है। और इस अभियान के कार्य में ढिलाई बरतने पर जिलाधिकारी ने नियमानुसार कार्रवाई करने की चेतावनी दी है. किसानों के लिए जलयुक्त शिवार चरण-2 योजना फिर से शुरू की गई है. इस योजना की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए मानसून से पहले इन कार्यों के क्रियान्वयन की उम्मीद है. हालांकि कई जगहों पर स्वीकृत कार्य शुरू नहीं हो पाए हैं. यहां तक कि प्रस्ताव जिला कृषि अधीक्षक के कार्यालय में नहीं पहुंचे है, यह गंभीर मामला है. वन विभाग, कृषि विभाग, राजस्व विभाग, जल संरक्षण की महत्वपूर्ण भागीदारी इस योजना में निभाना है. इस बैठक में तहसीलवार कार्यो की समीक्षा की गई
जिले के 100 गांवों को किया शामिल भूजल स्तर को ऊपर उठाने के लिए जल संरक्षण के क्षेत्र में राज्य के काम के लिए महाराष्ट्र को हाल ही में केंद्र सरकार के माध्यम से सम्मानित किया गया है. इसलिए कम वर्षा वाले जलयुक्त शिवार-2 में इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने का निर्णय लिया गया है. समिति की ओर से जिले के चयनित सौ गांवों में यह योजना लागू की जायेगी. किसानों की मांग के अनुसार कार्यों की संख्या बढ़ाई जा सकती है. बैठक में उन्होंने जिले के सभी तालाबों के गहरीकरण, नालों के चौड़ीकरण और गहरीकरण, बांधों के निर्माण के कार्य में तेजी लाने को कहा. इस अवसर पर उप विभागीय अधिकारी बी. वैष्णवी, वन संरक्षक राहुल गवई, परियोजना निदेशक बोंद्रे, कार्यपालन यंत्री अनंत जगताप, कृषि विभाग अधिकारी सहित सभी तहसीलदार, समूह विकास अधिकारी और संबंधित विभागों के प्रमुख उपस्थित थे.