महाराष्ट्र में बनेंगे 22 नये जिले?

मुंबई – राज्य में स्थित बड़े जिलों का विभाजन करते हुए महाराष्ट्र में 22 नये जिले बनाने की प्रक्रिया पर सरकार विचार कर रही है. अगर वाकई में ऐसा हुआ तो राज्य में जल्द ही जिलों की कुल संख्या 58 हो जाएगी. सरकार की ओर से मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित एक समिति ने अपनी सिफारिशों को सरकार को सौंप दिया है. सरकार की ओर से इसपर अब क्या फैसला लिया जाता है, इस ओर सभी की नजरें टीकी है.राज्य की पूर्ववर्ती फडणवीस सरकार की ओर से राज्य में नये जिलो की निर्मिती के विषय को लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था. इस समिति में वित्त विभाग, राजस्व विभाग, नियोजन विभाग समेत विभागीय आयुक्त और विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के सदस्य भी शामिल थे.इस समिति ने पूरी जांच पड़ताल कर आवश्यकता के अनुसार राज्य में नये 22 जिलों के निर्मिती की सिफारिश राज्य सरकार को की है. साथ ही विद्यमान तहसीलों का विभाजन कर 49 नयी तहसीलें बनाई जाएंगी. इस नयी प्रक्रिया के बाद राज्य में प्रशासकीय कामकाज और भी सरल होने का विश्वास सरकार को है.
राज्य के ठाणे जिले का एक और विभाजन करते हुए पालघर जिला बनाया गया था. अब ठाणे जिले का एक और विभाजन कराते हुए कल्याण और मीरा-भाईंदर जिलों का निर्माण कराने का प्रस्ताव है. साथ ही हाल ही में विभाजित पालघर जिले का एक और विभाजन कराते हुए जव्हार जिले की निर्मिती की सिफारिश की गई है.नासिक जिले का विभाजन कर उसमें से कलवण जिला बनाएं, अहमदनगर जिले का त्रिभाजन करते हुए शिर्डी, संगमनेर और श्रीरामपुर जिले बनाने का प्रस्ताव है. बुलडाणा जिले का विभाजन कर खामगांव जिला, यवतमाल का विभाजन कर पुसद, अमरावती का विभाजन कर अचलपुर, भंडारा जिले का विभाजन कर साकोली, चंद्रपूर में से चिमूर, गढ़चिरौली से अहेरी, जलगांव में से भुसावल, लातूर से उदगीर, बीड जिले से अंबाजोगाई, नांदेड जिले से किनवट, सातारा जिले से माणदेश, पुणे जिले से शिवनेरी, रत्नागिरी से मानगड और रायगड जिले से महाड जिला बनाने का प्रस्ताव इस रिपोर्ट में किया गया है.
राज्य सरकार की ओर से इस प्रस्ताव पर विचार शुरू कर दिया है. अगर इस प्रस्ताव पर अमल होता है, तो राज्य में जल्द ही 22 नये जिले और 49 नये तहसील बनाए जा सकते है.